Sunday, June 19

हिंदी का ऊँचा महत्व -विश्वनाथ कोर्वेता (काव्य धारा)

काव्य धारा


हिंदी का ऊँचा महत्व

हिंदी हमारी शान है
हिंदुस्तान की जान है
जिसके कारण दुनिय में
भारत की पहचानहै।

     बालकों की तोतली बोली..
      "लेल गाली, लेल गाली
        बली प्याली, लेल गाली"

         शहद से भी मीठी मीठी,
          नन्हे बच्चों की हिंदी बोली
          चाहे कोई पर्व आये..
           या हो आये होली,
          गीत खुशी के गाते सुनकर
           मीठी  लगे बोली। 

 देवनागरी लिपि इसकी
  सभी भाषाओं की जननी है,
  महत्व कितना ऊँचा इसका 
  हर भाषा  इसकी  रुणी है। 

         बुंदेले बोलों से हिंदी
         कविताओं की शान है,
          रचना करनेवालों पर
          मेरा भी अभिमान है ।
हिंदी हमारी शान है
हिंदुस्तान की जान है
जिसके कारण दुनिया में
भारत की पहचान है ।

विश्वनाथ कोर्वेता 
Rtd. Hindi Pandit.
+91 94415 90015
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