Friday, June 17

वर्षा - अवुसुला श्रीनिवासा चारी ‘शिक्षा रत्न’(काव्य धारा)

काव्य धारा


वर्षा


कितना अच्छा होता ,

जब होती है वर्षा ,

कड़ी धूप से बचाने ,

खुशी में सब को नचाने

 

               मेघों के उर से झरके ,

               बड़ी दूर की यात्रा करके ,

              सबको पुलकित करने आयी ,

              नदी - नालों को भरने आयी

 

 बच्चों के मुख पर मुस्कान बन कर ,

किसानों के मन में आशाएँ भरकर ,

 प्रकृति की हरियाली बढ़ाने आयी ,

 लोगों के जीवन में आशा जगाने आयी

 

               वर्षा से मिट्टी भी सुवासित होती है ,

               वर्षा से मारु भी जीवित होती है ,

               वर्षा से खेतों में रौनक आती है ,

               बिन वर्षा ज़िंदगी भयानक होती है ।।




अवुसुला श्रीनिवासा चारी  ‘  शिक्षा रत्न  ’

     तुनिकी गाँव , कौड़ीपल्ली मण्डल , मेदक जिला

      दूरभाष   : 8801600139 , 8328191672 .

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